Lyrics | Devi Ganga Devi Ganga Bhojli Geet | देवी गंगा देवी गंगा लिरिक्स |भोजली गीत | CG Song | In HIndi Lyrics #Bhojligeet, #cgsonglyrics, #Cgtohindi
Lyrics | Devi Ganga Devi Ganga Bhojli Geet | देवी गंगा देवी गंगा लिरिक्स |भोजली गीत | CG Song | In HIndi Lyrics :
छत्तीसगढ़ की एक पारंपरिक त्यौहार/ गीत है - भोजली / त्यौहार गीत |
भोजली त्यौहार/ गीत है - भोजली / त्यौहार गीत मे धान, जौ, गेहूँ जैसे सात प्रकार के बीजों को बांस की टोकरी या पात्र अथवा गमले / बर्तन में उपजा कर पूजा/ अर्चना किया जाता है जिसमें इश्वर / प्रकृति माता से अच्छे फसल / पैदावारी की कामना / प्रार्थाना किया जाता है। उसके बाद उसको जल में बहा दिया जाता है |
छत्तीसगढ़ की त्यौहार/ गीत है - भोजली / त्यौहार गीत बहुत प्रसिद्द त्यौहार / गीत है |
Devi Ganga Devi Ganga Bhojli Geet | देवी गंगा देवी गंगा लिरिक्स |भोजली गीत इन हिंदी :
देवी गंगा देवी गंगा लिरिक्स (भोजली गीत)
देबी गंगा देबी गंगा लहर तोर अंगा, हो लहर तोर अंगा
हमर भोजलीन दाई के भीजे आठो अंगा
आ हो देवी गंगा
आ हो देवी गंगा
आई गयी पूरा बोहाई गयी मलगी, बोहाई गयी मलगी
हमरो भोजली दाई के सोने सोन के कलगी
आ हो देवी गंगा
जल बिन मछरी पवन बिन धाने, पवन बिना धाने
सेवा बिन भोजली के तरसे पराने
आ हो देवी गंगा
लिपी डारेन पोती डारेन छोड़ी डारेन कोनहा, छोड़ी डारेन कोनहा
सबो पहिरैं लाली चुनरी भोजली पहिरैं सोनहा
आ हो देवी गंगा
आई गई पूरा बोहाई गयी झिटका, बोहाई गयी झिटका
हमारी भोजलीन दाई ला चंदन के छिटका
आ हो देबी गंगा
कुटी डारेन धाने पछिन डारेन भूसा, पछिन डारेन भूसा
लईके लईका हवन भोजली झनी करिहौ गुस्सा
आ हो देवी गंगा
माड़ी भर जोंधरी पोरिस कुसियारे, पोरिस कुसियारे
जल्दी जल्दी बाढ़व भोजली होवव होसियारे
आ हो देबी गंगा
कनिहा म कमर पट्टा माथे उरमाले, माथे उरमाले
जोड़ा नरियर धर के भोजली जाबो कुदुरमाले
आ हो देबी गंगा
नानकुन टेपरी म बोएंन जीरा धाने, बोएंन जीरा धाने
खड़े रईहा भोजली खवाबो बीरा पाने
आ हो देबी गंगा
गंगा गोसाई गजब झनी करिहा, गजब झनी करिहा
भईया अउ भतीजा ल अमर देके जईहा
आ हो देबी गंगा
बांसे के टोढ़ी म धरी पारीन चाऊंर, धरी पारीन चाऊंर
महर महर करे भोजली दाई के राउर
आ हो देबी गंगा
सोने के करसा गंगा जल पानी, गंगा जल पानी
हमर भोजलिन दाई के पईंया पखारी
आ हो देबी गंगा
सोने के दियना कपूर के बाती, कपूर के बाती
हमर भोजलिन दाई के आरती उतारी
आ हो देबी गंगा
आठे के चाऊंर, नवमी बोवाएंन हो नवमी बोवाएंन
दसमी के भोजली जराई कर होईंन
आ हो देबी गंगा
एकादस के भोजली दु तीन पान होईन दु तीन पान होईन
दुवादस के भोजली मोतिन पानी चढ़िन
आ हो देबी गंगा
तेरस के भोजली लहसी बिहस जाईंन, लहसी बिहस जाईंन
चउदस के भोजली पूजा पाहुर पाईंन
आ हो देबी गंगा
चउदस के भोजली पूजा पाहुर पाईंन, पूजा पाहुर पाईंन
पुन्नी के भोजली ठंढा ए जाईंन
आ हो देबी गंगा
दूध मांगेन, पूत मांगेन, मांगेन आसीसे, हो मांगेन आसीसे
जुग जुग जियो भोजली लाख बरिसे
आ हो देबी गंगा
टुटहा हँसिया के जरहा हे बेंटे, हो जरहा हे बेंटे
जियत जागत रबो भोजली होई जाबो भेंटे
COMMENTS