Full Details Of Ma Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In H
Full Details Of Maa Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh], History, || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi :
दोस्तों ! आप सभी का इस पोस्ट में स्वागत है आज के इस पोस्ट में हम जानेगे "Full Details Of Ma Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi/ पूरी जानकारी हिंदी में "
![]() |
Full Details Of Maa Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi : |
तो दोस्तों चलिए अपने टॉपिक की और बढ़ते है और जानते है की आखिर हमारे छत्तीसगढ़ में स्थित "Ma Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव " के बारे में कौन कौन से रहस्य है और इस मंदिर की क्या विशेषताएँ है तथा इनका पौराणिक इतिहास क्या है | इस पोस्ट में इन्ही के बारे में विस्तार से जानेगे |
Maa Bamleshwari Mandir (मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़) राजनांदगांव :
दोस्तों ! मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव , छत्तीसगढ़ राज्य के जिला के डोंगरगढ़ शहर में शहर के नाम से प्रसिध्द पहाड़ी - डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर मां बम्लेश्वरी देवी का भव्य मंदिर स्थित है। जो कि मंदिर पहाड़ी के चोटी पर स्थित है और यही मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव का मांं बम्लेश्वरी देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है जो की का आस्था का प्रमुख केंद्र है।दोस्तों! यह मंदिर "Ma Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव |" डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर स्थित है जो की अत्यंत प्राचीन है और भव्य रुप में मंदिर का निर्माण करवाया गया है जो की आज भी अपने भव्यता के लिए प्रसिद्द है | इस मंदिर में पहाड़ के उपर यानि मंदिर तक पहुंंचने के लिए सीढ़ी और रोपवे का निर्माण करवाया गया है। जहाँ से इस मंदिर तक पंहुचा जा सकटा है |
मंदिर तक पहुचने के लिए सीढियों के मदद से जाना होता है इस डोंगरगढ़ मंदिर की सीढ़ी (Dongargarh Mandir Sidhi) की संख्या 1100 के बराबर है साथ ही साथ इस मंदिर में जल्दी से पहुंचने के लिए रोपवे का भी निर्माण किया गया है। इस मंदिर के निचे बहुत बड़ा जल स्त्रोत भी उपलभ या बना हुआ है जहाँ लोग बोट से तैरने का आनंद ले रहे होते है यह नजारा देखने में बड़ा ही अद्भुत नजर आटा है | जहाँ से मंदिर में जल्दी से जल्द आसानी से पहुचा जा सकता है | इस मंदिर के पास एक तालाब भी स्थित है जो की पहाड़ी के निचे स्थित है | इस मंदिर में श्रध्दालुओं के दर्शन कार्य को सुलभ बनाने के लिए मंदिर के सीढ़िओं को आसान बनाया गया है।
![]() |
Full Details Of Maa Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi : |
पहाड़ के नीचे एक भव्य प्रागंण है जिसका नाम - क्षिरपानी है। जहाँ इस जगह पर कह सकते है की एक बार में दस हजार तक श्रध्दालु आराम से बैठ कर आराम कर सकते है।
" Full Details Of Ma Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi "
मंदिर का आस्था का प्रमुख केंद्र होना :
दोस्तों! यह "Maa Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG" मंदिर शक्तिरूपा मां बमलेश्वरी देवी का विख्यात मंदिर है जो की डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर स्थित है। यह मंदिर छत्आतीसगढ़ के जनता के लिए आस्था और विश्वाश का प्रमुख केंद्र बिंदु है । चूँकि यह मंदिर पहाड़ी पर स्थित है जहा बम्लेश्वरी और पहाड़ी के नीचे छोटी बम्लेश्वरी माता का अन्य मंदिर भी स्थिर है | डोंगरगढ़ में मां बमलेश्वरी के मंदिर में प्रति वर्ष नवरात्र के समय दो बार मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों की संख्या में दर्शनार्थी दर्शन के लिए आते हैं यह इस मंदिर का प्रमुख विशेषता है |इस मंदिर के के चारो ओर हरे छोटे बड़े तालाबों स्थित है |जैसे कि पश्चिम में पनियाजोब जलासय जबकि, उत्तर में धारा जलाशय एवं इस मंदिर के दक्षिण में मड़ियाँ जलासय से यह मंदिर घिरा हुआ है |जो की प्राकृतिक सुषमा से परिपूर्ण स्थान है।
डोंगरगढ़ राजनांदगांव में स्थित है जो की रायपुर जिला से 100 कि.मी. की दूरी पर स्थित है तथा यह डोंगरगढ़ राजनंदगांव जिला मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग के अंतर्गत आता है। जो की राजनंदगांव जिला से 40 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।
History of Maa Bamleshwari Mandir Dongargarh (बमलेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ का इतिहास ) :
कहा जाता है की इस मंदिर का इतिहास छत्तीसगढ़ देवी कामाख्या के नाम से कामख्या नगरी के नाम से प्रसिद्ध था। जहाँ पर वहां 2200 वर्ष पहले राजा वीरसेन का शासन था। जिसकी प्रसिद्धि चारो और फैली हुई थी | कहा जाता है की राजा वीरसेन की कोई संतान नहीं था पंडितों के की जानकारी के अनुसार वह पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए भगवान् शिवजी और मां दुर्गा देवी जी की उपासना किया करता था। एवं उन्होंने ही मां बम्लेश्वरी के मंदिर की स्थापना करवाई थी | इसके बाद उन्ह पुत्र प्राप्त होता है जो की सबका प्रिय था | लेकिन उनका पुत्र मदनादित्य उनसे बिल्कुल विपरीत था।
राजा कामसेन के राज्य में एक दिन संगीत कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें प्रसिद्ध संगीतज्ञ माधवनल और नृतकी कामकन्दला भी शामिल हुए। नृत्य शुरू हुआ लेकिन उसमें कुछ लय, ताल की समीकरण कुछ ठीक नहीं बैठा।
इन्हें जरुर पढ़े - "विश्व में सर्वाधिक उॅचा | सर्वाधिक बड़ा | सर्वाधिक भारी | सर्वाधिक लम्बा और सर्वाधिक छोटा पूरा विवरण "
तभी माधवनल ने बताया कि आखिर किस वजह से लय, ताल का तालमेल नहीं बन पाया। राजा कामसेन माधवनल के इस ज्ञान से काफी प्रभावित हो गया जिस कारन से उन्होंने माधवनल को अपनी मोतियों की माला तोहफे में दे दिया |इस माला को उन्होंने कामकन्दला को को दे दिया इस कारन राजा नाराज हो गया और उसको राज्य से बाहर निकाने का आदेश देकर उन्हें राज्य से बहार ही निकल दिया । कामकन्दला और माधवनल एक दुसरे को प्रेम करने लगे थे । वहीं राजा कामसेन का बेटा कामकन्दला को पसंद करने लगा जिससे कामकन्दला ने मदनादित्य से प्रेम का झूठा नाटक रचाया क्यों की उन्हें अपने पहले प्यार की सुरक्षा की चिंता थी | जिसके बाद किसी दिन मदनादित्य को इस सच्चाई का पता चल गया जिसके बाद उसने कामकन्दला को राजद्रोह के आरोप में बंधक बना कर माधवनल को खोजने के लिए अपने सिपाहियों को भेज दिया |
इन्हें जरुर पढ़े - "दूरबीन क्या है ? दूरबीन का आविष्कार किसने किया था? डरबिन के आविष्कार होने की पूरी जानकारी"
कहा जाता है की माधवनल राजा विक्रमादित्य के पास मदद के लिए गया तब राजा ने उनकी मदद की जिसके लिए कई संघर्ष और युद्ध भी हुआ जिसके बाद माधवनल को कामकन्दला आखिर मिल ही गई। कहा जाता है की राजा विक्रमादित्य ने दोनों के प्रेम परीक्षा लेना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने झूठा खेल रचा और कहा की माधवनल की युद्ध में मृत्यु हो गई इतना सुनकर ही कामकन्दला समीप के तालाब में कूदकर अपनी जान दे दिया था | जब माधवनल को इस बात ka पता चला तो उसने भी अपने प्राण त्याग दिये।
![]() |
Full Details Of Maa Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi : |
कहा जाता है की इसके बाद राजा विक्रमादित्य ने स्वयं अपने देवी देवी बगुलामुखी अर्थात बमलेश्वरी देवी जी को आराधना से प्रसन्न किया और कहा की वे दोनों को पुनः जीवित करे उन्हें जीवन दान दें इसके साथ साथ ही उन्होंने देवी बगलामुखी या बमलेश्वरी देवी से उन्हें अपने जागृत रूप में डोंगरगढ़ की पहाड़ी पर रहेने का वरदान माँगा जिससे सभी सच्चे प्रेमियों पर मैया की कृपा और आशीर्वाद सदा बना रहे | जिसके बाद मां बम्लेश्वरी देवी वहां ऊंचे पर्वत पर विराजमान या स्थापित हो गई ।
राजनांद गाँव जिले के बारे में जानकारी :
जिला राजनांदगांव 26 जनवरी 1973 को जिला दुर्ग के विभाजन के माध्यम से अस्तित्व में आया। राजनांदगांव राज्य पर सोमवंशियों, कलचुरियों और मराठों का शासन था। राजनांदगांव को मूल रूप से नंदग्राम नाम दिया गया था। राजनांदगांव शहर के महल शासकों, उनके समाज और संस्कृति और उस समय की शानदार परंपरा की अपनी कहानी को प्रकट करते हैं।
इन्हें जरुर पढ़े - "प्रथम विश्व युद्ध के तात्कालिक कारन, आरंभ , प्रभाव , पूरी जानकारी "
हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में गजानन माधव मुक्तिबोध, पदुमलाल पुन्नलाल बख्शी और बलदेव प्रसाद मिश्र के योगदान का विशेष उल्लेख है। कवर्धा जिला को बाद में 1 जुलाई 1998 को जिले से अलग कर दिया गया था। जिला राजनांदगांव छत्तीसगढ़ के मध्य भाग में है। जिला मुख्यालय राजनांदगांव दक्षिण पूर्व रेलवे की मुंबई-हावड़ा लाइन पर है। राष्ट्रीय राजमार्ग 6 (ग्रेट ईस्टर्न रोड) भी राजनांदगांव शहर से होकर गुजरता है।
यदि पोस्ट पसंद आई है, तो इसे अपने दोस्तों में शेयर करें ताकि आपके दोस्तों को भी इस पोस्ट के बारे में पता चल सके। और नीचे कमेंट करें, कि आपको हमारी यह पोस्ट "Full Details Of Ma Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi " कैसी लगी।
आपके मन में यदि किसी प्रकार का कोई प्रश्न हो, तो नीचे 👇 Comment बॉक्स में हमें बताएं।
इस पोस्ट में आपने पढ़ा :
Full Details Of Ma Bamleshwari Temple/Mandir [Dongargarh] || मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़ राजनांदगांव || Most Populor Temple On CG || Infomations In Hindi :
COMMENTS