महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?]

महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?]

दोस्तों! नमस्कार आप सभी का मेरे ब्लॉग ज्ञान का फूल में हार्दिक स्वागत है | दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम जानेगे की "महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?]". 

Suggested Post : What is Houston Maritime Attorney? or Maritime Lawyer ?

यदि आप इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए उत्सुक है की महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?] तो इस पोस्ट को पूरा जरुर पढ़िए जिससे आपको इस महाभारत कालीन प्रश्न का उत्तर प्राप्त हो सके | यह बड़ा ही अनोखा और मजेदार प्रशन है जिनका उत्तर आपको जरुर मालूम होना चाहिए | 

Suggested Post : स्वतंत्रता सेनानियों के प्रसिद्ध नारे | Famous Slogans of Freedom Fighters.

आइये दोस्तों अब मैं आपको इस पोस्ट में आपको इसके शिर्सक या विषय वस्तु की ओर लिए चलता हु और जनते है की - "महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?]".

महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?]

दोस्तों! महाभारत के अनुसार अर्जुन की कुल चार पत्नियां थीं - द्रौपदी, उलूपी, चित्रांगदा और सुभद्रा।

Suggested post : महाभारत का युद्ध प्रारंभ होने से पहले दुर्योधन सहदेव के पास क्यों गए थे?

हम में से कई लोग अर्जुन - द्रौपदी और अर्जुन - सुभद्रा की कथा से वाक़िफ हैं। इसलिए इस जवाब में आगे उलूपी और चित्रांगदा की कहानी बताई गई है।

पांडवों में द्रौपदी को लेकर नियम :

महाभारत काल में पांडवों में द्रौपदी को लेकर यह नियम था कि "जिस समय द्रौपदी किसी एक भाई के साथ एकांत में समय व्यतीत कर रही हो, उस समय यदि कोई अन्य भाई उस कक्ष में प्रवेश करे, तब उसे बारह वर्षों तक वनवास भोगना होगा।"

द्रौपदी नियमानुसार अर्जुन का वनवास :

एक दिन कुछ चोर उनके राज्य में घुस आए और गायों को चुराकर भगाने लगे। चोरों से तंग आकर नगर के ब्राह्मण पांडवों के शरण में पहुंचे और उनसे चोरों से निपटने का आग्रह किया।

Suggested post : Garbhaavastha ke dauraan bachcha kinnar Kaise paida ho jata hai?

उस समय युधिष्ठिर द्रौपदी के साथ एकांत में समय व्यतीत कर रहे थे। युधिष्ठिर के कक्ष में सभी अस्त्र शस्त्र रखे हुए थे। इसलिए अर्जुन को उनके कक्ष में जाना पड़ा। अर्जुन ने कक्ष में प्रवेश तो किया किन्तु उन्होने युधिष्ठिर और द्रौपदी को नहीं देखा। वे केवल अपने अस्त्र शस्त्र उठाकर चोरों को भगाने चल दिए।

Suggested Post : जानिए लोंग के तेल के उपयोगों की पूरी जानकारी |

भले ही यहां पर अर्जुन की कोई गलती नहीं थी, पर फिर भी वे नियम का पालन करते हुए वन में बारह वर्ष व्यतीत करने चल पड़े। इसी दौरान उनकी मुलाकात उलूपी और चित्रांगदा से हुई।

अर्जुन - उलूपी का मिलन :

एक दिन अर्जुन स्नान करने के लिए गंगा नदी में गए। उसी समय नागलोक में विचरने वाली नाग कन्या उलूपी उनके ऊपर मोहित हो उठी और अर्जुन को खींच कर नागलोक में ले गई।

यहां पर उसने अर्जुन को अपना परिचय दिया और उनके साथ समागम करने की इच्छा प्रकट की। किन्तु अर्जुन ने उसके साथ संबंध बनाने से इंकार कर दिया।

Suggested post : Know, Top-10 Secret Agencies in The World [ विश्व के टॉप 10 खुफिया एजेंसी ]

लेकिन उलूपी की कामुकता उसके वश से बाहर हो चली थी। उसने अर्जुन के आगे हांथ जोड़ते हुए कहा कि यदि वह उनकी बात नहीं मानेंगे, तो वह मर जाएगी। उसने कहा कि अर्जुन अपनी शरण में आए हुए हर प्राणी को शरण देते हैं, इसलिए उनको उसकी बात मान लेनी चाहिए। इससे उसके प्राणों की रक्षा भी होगी।

इतनी विनती के बाद अर्जुन ने वह रात नागलोक में व्यतीत किया। अगले दिन प्रस्थान से पहले उलूपी ने उनको जल में सदैव अजय होने का वरदान दिया। उलूपी ने आगे चलकर अर्जुन के पुत्र इरावान् को जन्म दिया।

अर्जुन - चित्रांगदा का मिलन :

उलूपी के साथ समय बिताने के पश्चात् अर्जुन पूर्व दिशा की और बढ़े और मणिपुर (आज का ओडिशा) राज्य में पधारे। वहां पर चित्रांगदा को देखकर अर्जुन मोहित हो उठे। उन्होने चित्रांगदा के पिता चित्रवाहन से उसके साथ विवाह करने की इच्छा प्रकट की।

Suggested Post : पियर्सिंग क्या है ? पियर्सिंग कितने प्रकार के होते है ? पियर्सिंग के फायदे और नुकसान आदि की पूरी जानकारी

यह सुनकर मणिपुर नरेश ने अर्जुन से कहा कि चित्रांगदा उनकी इकलौती बेटी है। इसलिए उन्होने उस अपना पुत्र ही माना है। चित्रांगद ने अपनी पुत्री देने की यह शर्त रखी कि जो भी पुत्र उससे उत्पन्न होगा, वही मणिपुर राज्य का राजा बनेगा।

अर्जुन ने यह शर्त स्वीकार कर लिया। उन्होने चित्रांगदा के साथ तीन वर्ष व्यतीत किए। चित्रांगदा से जो पुत्र उत्पन्न हुआ, उसका नाम बभ्रुवाहन पड़ा।

अर्जुन हस्तिनापुर की ओर रवाना होने से पहले चित्रांगदा को बभ्रुवाहन की देखभाल की ज़िम्मेदारी सौंप गए। साथ ही उन्होंने चित्रांगदा को यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में वह जब हस्तिनापुर आना चाहे, तो वो और उनका परिवार सदा उसके स्वागत को तैयार रहेंगे।

Suggested Post : Tricks & Tips || ladki Patane ke Tarike || लड़की पटाने के तरीके || How to Impress a girl ? 

दोस्तों हमें उम्मीद है, कि आपको हमारी यह पोस्ट "महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?]" जरुर पसंद आई होगी। 

इसे पोस्ट "महाभारत में अर्जुन की द्रौपदी के अलावा कितनी पत्नियां थीं? [In Mahabharata, how many wifes did Arjuna have besides Draupadi?]" को अपने दोस्तों और परिवार जनों में अवश्य ही शेयर करें जिससे आपके दोस्तों और परिवार जनों को भी इस पोस्ट के बारे में पता चल सके। 

Suggested Post : जानिए - पुरुष को महिला कैसे बनाया जाता है? [Male To Female (M2F) Sex Change Sergery in hindi] 

दोस्तों ! इस पोस्ट के निचे दिए गये कमेंट बॉक्स में यह भी जरुर बताइए की आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी। यदि आपका कोई प्रश्न है, तो नीचे 👇 Comment बॉक्स में हमें जरुर बताइए। 

अंत में इस पोस्ट को पढने के लिए आपका सादर धन्यवाद |
जय श्री राम | 
जय हिंद ||
जय हिंदी |||

About Author : Mr. Suraj Singh Joshi

नमस्कार दोस्तो, स्वागत है आपका इस वेबसाइट पर मेरा नाम है Suraj Singh Joshi और मैं इस ब्लॉग का संस्थापक और एक पेशेवर ब्लॉगर हूं। मैंने यह वेबसाइट खास उनके लिए क्रिएट किया है, जो Digital Markering, Website Designing, Exam Preparations Or General Knowledge के बारे में जानना चाहते है क्योंकि यहाँ आपके लिए Blogging और Make Money, SEO, Adsense And News Updates etc जैसे Topics पर आर्टिकल मिलेंगे जो नए Updates के साथ है। मैं यहाँ पर नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी और मददगार जानकारी शेयर करता हूं। ❤


Let's Get Connected: Twitter | Facebook | Youtube

Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url